दि. 05 जुलाई 2023
प्रेस-नोट
मथुरा, 05 जुलाई। बाई पास स्थित जयगुरुदेव आश्रम में चल रहे गुरुपूर्णिमा का आज अंतिम दिन था। इसमें राष्ट्रीय उपदेशक बाबूराम जी, सतीश चन्द जी ने प्रवचन किया। बाबूराम जी ने सुरत-शब्द योग अन्तर्मुखी साधना पर जोर देते हुये कहा कि सारी आत्मायें शब्द पर उतारी गईं और अब सुरत से शब्द का सम्बन्ध छूट गया है। सन्त सत्गुरु जब इसे जोड़ देते हैं तो यह अपने निजघर पहुंच जायेगी। वर्तमान में परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के अच्छे समाज के निर्माण तथा शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध के सन्देशों को जन-जन तक पहंुचाने की आवश्यकता है। यदि समय से लोग नहीं चेते तो याद रखना है ‘‘काल जाल से वही बचेगा जो गुरु का ध्यान धरे।’’
सतीश चन्द जी ने कहा सभी हिन्दू, मुसलमान, सिख, इसाईयों की जीवात्मा की एक ही जाति है, वह सत्पुरुष की अंश और सत्तलोक की रहने वाली है। काल भगवान यहां मांग कर लाये और यहां फँसा लिया। गुरुजन कहते हैं अनमोल मनुष्य शरीर पाकर आत्म कल्याण करा लें नहीं तो ‘नरकन में अति दुःख पइहौ।’’ अग्नि कुण्ड में छिन-छिन दहियो।’’ वहां कोई बचाने वाला नहीं मिलेगा। आत्मा शब्द से जुड़कर निजघर पहुंच कर जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाय। यही लक्ष्य महापुरुषों का है। गुरु महाराज की पावन योग स्थली में आज गुरुपूर्णिमा पर्व का समापन हो रहा है। ऐसे समय पर गुरु दरबार में आने पर बहुत ऊर्जा मिलती है। संस्थाध्यक्ष पंकज जी महाराज ने कार्य को सफल बनाने में स्थानीय जनता, व्यापारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों व शुभचिन्तकों ने जो सहयोग किया उसके लिये हम सबके आभारी हैं। हम आशा करते हैं शाकाहार-सदाचार अपनाने व नशा त्याग, चरित्र उत्थान में सबका सहयोग मिलेगा।
(बाबूराम यादव)
प्रवक्ता
जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा
मो. 8630393260
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